SIVE

Shiksha
Institute of Vocational Education
NH-121, Thalisen-Pauri Raod
Baijaro, Pauri Garhwal, Uttrakhand

Starting from 1st April 2013


'शिक्षा इंस्टिट्यूट ऑफ़ वोकेशनल एजुकेशन' का संचालन गाँव फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षा का प्रसार करना है, जिसका सुभारम्भ १ अप्रैल २०१३ से किया जायेगा, जहाँ पर कई प्रकार के पाठ्यक्रम चलाये जायेंगे ऐसे पाठ्यक्रम जो आपको भविष्य में रोजगार दिलाने में कारगर हो व आपकी जीवन के एक नयी दिशा दे पाए।

गाँव फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य गाँव से हो रहे पलायन को रोकना है जिसमे शिक्षा एक उपाय के रूप में कारगर सिद्ध हो सकती है अत: इसी के अंतर्गत शिक्षा इंस्टिट्यूट का संचालन किया जा रहा है। यह सर्वविदित है कि क्षेत्र में रोजगार व उच्च शिक्षा के उपयुक्त साधन न होने के कारण पलायन दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, और जब छात्र गावों से उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाते हैं तो इस प्रकार कि समस्याएँ होती हैं जैसे शहरों कि महँगी पढाई, हॉस्टल कि महँगी फीस या रहने के लिए घर का महंगा किराया या शहरों का असुरक्षित माहौल।
इन सब का भार इतना होता है कि गाँव के गरीब लोग इसको वहन नहीं कर पाते जिसके कारण कई छात्रो को अपने सपनो से समझौता करना पड़ता है या विमुख होना पड़ता है।
शिक्षा इंस्टिट्यूट के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे पाठ्यक्रमों कि शुरुआत की जा रही है जो रोजगार पूरक हों, फीस इतनी कम हो की हर गरीब से गरीब माँ बाप अपने बच्चो को शिक्षा दे पाए और इस शिक्षा का स्तर शहरों की शिक्षा के स्तर के बराबर हो।
और ऐसा होना स्वाभाविक भी है क्योकि जब हमें अपने घर के पास ही रोजगार परक शिक्षा उपलब्ध हो जाएगी तो हमे शहरो में नहीं भटकना पड़ेगा जिससे छात्र अपनी संस्कृति से भी जुड़े रहेंगे, अपने गरीब माँ बाप एवं क्षेत्र व समाज की सेवा भी कर पाएंगे और मुख्य लाभ जो होगा वह ये होगा की शहरों की महंगे किराये और महँगी शिक्षा की मार से उन्हें निजात मिलेगी।

यह बात भी गौर करने लायक है की यदि शिक्षा इंस्टिट्यूट किसी कारणवश आपके चयन के अनुसार इस केंद्र (बैजरो) में यह शिक्षा उपलब्ध न करा पाए तो हम आपके लिए उस पाठ्यक्रम की शिक्षा की व्यवस्था दिल्ली, देहरादून, काशीपुर अथवा ऋषिकेश आदि जगहों पर करवाने का पूर्ण प्रयास करेंगे और साथ ही साथ फीस में भी ज्यादा से ज्यादा छूट दिलाने की कोशिश करेंगे।

  • प्रयोगात्मक शिक्षा पर ज्यादा जोर देना
  • छात्रो को सामाजिक कार्यों से जोड़ना 
  • छात्रों का व्यक्तित्व विकास, जिसके अंतर्गत देश दुनिया के समाचारों पर चर्चा करवाना, सोशल मीडिया साईट फेसबुक, ट्विटर आदि का प्रयोग व महत्व समझाना, इन्टरनेट व ईमेल आदि की जानकारी देना इत्यादि कार्यक्रम सम्मिलित हैं|
  • पाट्यक्रम समाप्ति के पश्चात् गाँव फाउंडेशन की मदद से छात्र-छात्राओं को व्यावहारिक शिक्षण की व्यवस्था तथा रोजगार के लिए प्रयास ही इंस्टिट्यूट का मुख्य धेय रहेगा।|

Admission will open from 1st April 2013 for various computer courses (Certificate, Diploma & Degree)

0 comments:

Post a Comment